जवाब ( 1 )

  1. बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम
    यह चीज़ अपने आप में हराम नहीं है, लेकिन बेहतर यह है कि इंसान अज़ादारी में मशग़ूल रहे और अपने आपको सवाबे अज़ीम से महरूम न करे।

    हवाला: आयतुल्लाह ख़ामेनई की वेबसाइट http://www.khamenei.ir

Leave an answer

Browse

By answering, you agree to the Terms of Service and Privacy Policy.