Lost your password? Please enter your email address. You will receive a link and will create a new password via email.
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit.Morbi adipiscing gravdio, sit amet suscipit risus ultrices eu.Fusce viverra neque at purus laoreet consequa.Vivamus vulputate posuere nisl quis consequat.
आयते सज्दा सुनकर किये जाने वाले सजदे की कैफियत क्या है ?
अगर ग्रामोफ़ोन या टेपरिकार्डर से (रिकार्ड शुदा आयते सज्दा) सुने तो सज्दा वाजिब है या नहीं?
अगर इंसान सज्दे की आयत सुनने के वक़्त खुद भी वह आयत पढ़े तो क्या एक ही सज्दा काफी है ?
क़ुरआने मजीद के वाजिब सज्दे कितने हैं और कौन कौन से ?
कुछ लोग पहली मोहर्रम से सफ़र के आख़िर तक इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की अज़ादारी के सम्मान में काले लेबास पहनते हैं, क्या यह अमल, इस बात के मद्देनज़र कि दो महीने तक जारी रहता है, पसंदीदा शुमार होता है और क्या यह मकरूह नहीं है?
मग़रिब की नफ़्ल का वक़्त कब शुरू होता है ?
मसाएब पढ़ने वाले कुछ ज़ाकिर और मर्सिया ख़्वां अपनी मजलिसों और तक़रीरों में अहलेबैत अलैहेमुस्सलाम की इनायतों और करामतों के बारे में मुख़्तलिफ़ ख़्वाबों का हवाला देते हैं, क्या उन ख़्वाबों को बयान करना और उन पर यक़ीन करना जायज़ है?
ज़ोहर की नफ़ल कब तक पढ़ी जा सकती है ?
क्या इमाम हुसैन की मजलिस में खाना खिलाने या तबर्रूक तैयार करने के लिए ऐसे लोगों के पैसों या चीज़ों का इस्तेमाल जायज़ है जो ख़ुम्स न निकालते हों या जिनके माल के हलाल होने में शक हो?
कभी कभी कारीगर काम करते वक़्त मज़दूरी की बात नहीं करता और काम लेने वाला भी काम के बाद कारीगर की मज़दूरी के मुतालबे को ज़्यादा समझता है और क़ुबूल नहीं करता, ऐसी हालत में क्या हुक्म है?