जवाब ( 1 )

  1. बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम

    अक्सर फ़ोक़हा के नज़दीक कम से कम 5 अफ़राद ज़रूरी हैं हालाँकि कुछ ने 7 अफ़राद को ज़रूरी जाना है लिहाज़ा एहतियात की बिना पर 7 हों तो बेहतर है. रिवायात में 5 का भी ज़िक्र मिलता है और 7 का भी.

    ज़ोरारह की हदीस में 5 का अदद है.

    زراره عن الامام الباقر (ع) : لا تکون الخطبة والجمعة و صلاة رکعتين علي اقل من خمسة رهط الأمام و أربعة

    ज़ोरारह ने इमामे बाक़िर अ. से हदीस बयान की है कि ख़ुतबा, जुम’आ और दो रक्अत नमाज़, इमामे जमा’अत को मिलाकर 5 लोगों से मिलकर होगी 4 मामूम और 1 इमाम.

    (वसाएलुश-शिया, अबवाब सलातुल जुम’आ, बाब 2, हदीस, 2)

    मुहम्मद बिन मुस्लिम की हदीस में 7 की तादाद मिलती है:

    تجب الجمعة علي سبعة نفر من المسلمين و لا تجب علي أقل منهم…

    जुम’आ, मुसलमानों के 7 अफ़राद हो जाने पर वाजिब होता है और उनसे कम पर वाजिब नहीं होता है.

    (वसाएलुश-शिया, अबवाब सलातुल जुम’आ, बाब 2, हदीस,9)

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