जवाब ( 1 )

  1. बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम

    मुसलमान के सलाम का जवाब देना शरई तौर पर वाजिब है. लेकिन अगर नही अज़ मुनकर के उन्वान से हराम काम अंजाम देने वाले के सलाम का जवाब न दिया जाए और इसे उर्फ़ में नही अज़ मुनकर समझा जाए तो ऐसे आदमी के सलाम का जवाब न दिया जाना सही है.

    हवाला : तालीमे अहकाम, बहस अम्र बिल मारूफ और नही अज़ मुनकर, पेज 440
    आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली हुसैनी ख़ामेनई

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