जवाब ( 1 )

  1. बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम

    यतीम बच्चे की किफ़ालत और परवरिश का बहुत अज्र और सवाब है, लेकिन ना-महरम बच्चे को गोद लेना जाएज़ नहीं है. न ही इस से नसब साबित होता है और न ही बच्चा मीरास का हक़दार बनता है. बच्चे को सच्चाई से भी इस तरह आगाह कराना चाहिए कि उस पर मानसिक रूप से गलत असर न पड़े. उसकी नफ़सियात पर बुरा असर न हो.

    हवाला: आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली हुसैनी सीस्तानी की वेबसाइट
    http://www.sistani.org

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