अगर किसी को यक़ीन हो कि उसका लिबास या बदन नजिस नहीं लेकिन नमाज़ के बाद मालूम हो कि नजिस था था उसकी नमाज़ का क्या हुक्म है?

Question

जवाब ( 1 )

  1. अगर किसी शख़्स को यह यक़ीन हो कि उस का बदन या लिबास नजिस नहीं है और उसके नजिस होने के बारे में उसे नमाज़ के बाद पता चले तो उसकी नमाज़ सहीह है।

    हवाला :  तौजीहुल मसाइल, आयतुल्लाह सीस्तानी, मसला 810

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