सज्दे वाली आयतों का तर्जुमा पढ़ने का हुक्म?


अगर उन आयतों का तर्जुमा पढ़ें जिनमें वाजिब सज्दा है, तो क्या सज्दा वाजिब हो जाता है?

जवाबः 





बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम

नहीं, (तर्जुमा पढ़ने से)  सज्दा वाजिब नहीं होता।

हवाला: आयतुल्लाह ख़ामेनई की वेबसाइट  www.khamenei.ir

अगर आप हमारे जवाब से संतुष्ट हैंं तो कृप्या लाइक कीजिए।
0
شیئر کیجئے