जवाब ( 1 )

  1. बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम

    वाजिबे ऐनी वह वाजिब है जिसे अंजाम देना हर मुकल्लफ़ पर वाजिब है. जैसे रोज़ाना पढ़ी जाने वाली नमाज़, ख़ुम्स और ज़कात वग़ैरह.

    हवाला : आयतुल्लाह ख़ामेनई, तौज़ीहुल मसाएल, बाज़ फ़िक़्ही इस्तलाहात की वज़ाहत

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