जो मुसाफ़िर यह न जानता हो कि उसे नमाज़ क़स्र पढ़ना है या पूरी और वह पूरी पढ़ ले तो क्या उसकी नमाज़ सहीह है ?

Question

जवाब ( 1 )

  1.  जो मुसाफ़िर यह न जानता हो कि उसे नमाज़ क़स्र पढ़ना ज़रूरी है अगर वह पूरी नमाज़ पढ़ ले तो उसकी नमाज़ सहीह है।

    हवाला :  तौजीहुल मसाइल, आयतुल्लाह सीस्तानी, मसला 1368

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