जवाब ( 1 )

  1.  पांच चीज़े मुजनिब शख़्स पर हराम हैः-

    1. अपने बदन का कोई हिस्सा क़ुरआने मजीद के अल्फ़ाज़ या अल्लाह तआला के नाम से ख़्वाह वह किसी भी ज़बान में हो मस करना और बेहतर यह है कि पैग़म्बरों, इमामों और हज़रते ज़हरा (अ0) के नामों से भी अपना बदन टच न करें।

    2. मस्जिदुल हराम और मस्जिदे नबवी में जाना ख़्वाह एक दरवाज़े से दाख़िल होकर दूसरे दरवाज़े से निकल जाए।

    3. मस्जिदुल हराम और मस्जिदे नबवी के अलावा दूसरी मस्जिदों में ठहरना और एहतियाते वाजिब की बिना पर इमामों के हरम में ठहरने की भी यही हुक्म है। लेकिन अगर इन मस्जिदों में से किसी मस्जिद से गुजरे मसलन एक दरवाज़े से दाख़िल होकर दूसरे से बाहर निकल जाए तो कोई हरज नहीं।

    4. एहतियाते लाज़िम की बिना पर किसी मस्जिद में कोई चीज़ रखने या कोई चीज़ उठाने के लिये दाखिल होना।

    5. उन आयात में किसी आयत का पढ़ना जिनके पढ़ने से सज्दा वाजिब हो जाता है।

    हवाला : तौज़ीहुल मसाइल, मसला नंबर, 361

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