जवाब ( 1 )

  1. तरतीबी ग़ुस्ल में एहतियाते लाज़िम की बिना पर ग़ुस्ल की नियत से पहले पूरा सर और गर्दन और बाद में बदन धोना ज़रूरी है और बेहतर यह है कि बदन को पहले दाई तरफ़ से धोए बाद में बाई तरफ़ से धोए। और तीनो भागों में से हर एक को ग़ुस्ल की नियत से पानी के अंदर हिलाने डुलाने से तरतीबी ग़ुस्ल का सहीह होना इशक़ाल से ख़ाली नहीं है और एहतियात यह है कि इस पर इक़्तिफ़ा न करे। अगर कोई शख़्स जान बूझ कर या भूल कर या मस्अला न जानने की वजह से बदन को सर से पहले धोए तो उसका ग़ुस्ल बातिल है।

    हवाला : आयतुल्लाह सीस्तानी, तौज़ीहुल मसाइल, मसला नंबर, 367

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