जवाब ( 1 )

  1. एहतियाते वाजिब यह है कि क़ुरआने मजीद के वाजिब सज्दे में इंसान अपनी पेशानी सज्दागाह या किसी ऐसी चीज़ पर रखे जिस पर सज्दा करना सहीह हो और एहतियाते मुस्तहब की बिना पर बदन के दूसरे अअज़ा ज़मीन पर इस तरह रखे जिस तरह नमाज़ के सिलसिले में बताया गया है।

    हवाला : तौज़ीहुल मसाइल, आयतुल्लाह सीस्तानी, मसला 1107

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