जवाब ( 1 )

  1.   ग़ुलात (यानी वह लोग जो आइम्मा (अ0) में से किसी को ख़ुदा कहें या यह कहें कि ख़ुदा इमाम में समा गया है) और ख़ारिजी व नासिबी (वह लोग जो आइम्मा (अ0) से बैर और बुग़्ज़ का इज़हार करें) नजिस हैं।

    हवाला :  तौजीहुल मसाइल, आयतुल्लाह सीस्तानी, मसला 107

Leave an answer

Browse

By answering, you agree to the Terms of Service and Privacy Policy.