जवाब ( 1 )

  1. सुब्ह की अज़ान के क़रीब मश्रिक़ की तरफ़ से एक सफेदी ऊपर उठती है जिसे फ़ज्रे अव्वल कहा जाता है। जब यह सफ़ैदी फैल जाए तो वह फ़ज्रे दोव्वुम और सुब्ह की नमाज़ का अव्वले वक़्त है और सुब्ह की नमाज़ का आख़िरी वक़्त सूरज निकलने तक है।

    आयतुल्लाह सीस्तानी, तौज़ीहुल मसाएल, मसला 749

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