अगर वुज़ू के आज़ा में से किसी पर ज़ख़्म या फ़ोड़ा हो या हड्डी टूटी हुई और उसका मुंह खुला हो और पानी उसके लिये मुज़िर न हो तो क्या हुक्म है ?

Question

जवाब ( 1 )

  1. 2024-05-08T14:51:33+05:30

    अगर वुज़ू के आज़ा में से किसी पर ज़ख़्म या फ़ोड़ा हो या हड्डी टूटी हुई और उसका मुंह खुला हो और पानी उसके लिये मुज़िर न हो तो उसी तरह वुज़ू करना ज़रूरी है जैसे आमतौर पर किया जाता है।

    हवाला : तौज़ीहुल मसाइल, आयतुल्लाह सीस्तानी, मसला नंबर 330

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