जिसके ज़िम्मे कई मुस्तहब ग़ुस्ल हों, क्या सबकी नीयत से एक ग़ुस्ल करना काफी होगा?
बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम सबकी नीयत से एक ही ग़ुस्ल करना काफी है.हवाला: https://www.leader.ir/ur/book/106/