जवाब :
बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम
अगर उर्फ़े आम में इसे अपमान और बेहुरमती न समझा जाए तो कोई हर्ज नहीं है.
हवाला: https://www.leader.ir/ur/book/106/
जिन चीज़ों पर अल्लाह के नाम लिखे हों उन्हें नदियों और नालों में फेंकने का क्या हुक्म है?
बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम
अगर उर्फ़े आम में इसे अपमान और बेहुरमती न समझा जाए तो कोई हर्ज नहीं है.
हवाला: https://www.leader.ir/ur/book/106/