जवाब
बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम
अगर आर्टिफिशियल नाख़ुन हटाए जा सकते हों तो उन्हें लगाना और उसकी उजरत लेने में कोई हरज नहीं है. लेकिन अगर उन्हें हटाना मुमकिन न हो या न क़ाबिले बर्दाश्त मशक़्क़त रखता हो तो नाख़ुन लगाना( किसी न क़ाबिले बचाव ज़रूरत के बग़ैर) और उसकी उजरत लेना जाएज़ नहीं है.
हवाला : आयतुल्लाह ख़ामेनई,